Direct to Mobile Technology in India की मदद से नेट चलेगा अब राकेट की तरह वो भी बिना SIM कार्ड के, जाने कैसे काम करेगा

ज्यादातर इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को नेट की स्पीड को लेकर काफी शिकायतें आती है चाहे वह कोई भी कंपनी का सिम कार्ड हो
अक्सर समायें तब आती हैं जब कोई यूजर लाइव स्ट्रीमिंग देख रहा हो खास तौर पर कहा जाये तो वह खेल ,पढ़ाइ और मनोरंजन के आलावा और मत्वपूर्ण क्या हो सकता है। ऐसे में इस समस्या का समाधान करने के लिए एक टेक्नोलॉजी का विकास हो रहा है जिसे नाम दिया गया है D2M जिसका पूरा नाम (DIRECT TO MOBOILE ) है।

Direct to Mobile Technology in India 

भारत में 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक ACTIVE इंटरनेट यूजर्स की संख्या 759 मिलियन हैं, इनमें से 399 मिलियन ग्रामीण भारत हैं, जबकि 360 मिलियन शहरी लोग हैं। आंकड़ों के अनुसार यह अनुमान लगता है की शहरों और गावों में दोनों जगह इंटरनेट के यूजर लगभग समान हैं। आज के इस डिजिटल ज़माने में लगभग सभी के पास स्मार्टफोन है लेकिन एक अच्छी इंटरनेट सेवा की सुविधा नहीं मिल पाती

जिसको लेकर केंद्र सरकार ने एक कदम उठाया है जिससे बिना सिम कार्ड के भी तेज इंटरनेट की सुविधा मिलेगी।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव अभय करंदीकर ने कहा कि हमें D2M Direct To Mobile Technology in india को पूरी तरह से लॉन्च करने से पहले तमाम शहरों में इसका ट्रायल करना होगा।

How to Work Direct To MobileTechnology?

Direct to Mobile Technology in India

देश में करीब 80 करोड़ SMARTPHONES हैं जिन्हे भारत सरकार एक बड़ा तोहफा देने जा रही है। D2M का मतलब है सीधा मोबाइल प्रसारण अर्थात अगर आप किसी भी वीडियो को देखते है तो आपको सिम कार्ड की जरुरत ही नहीं पड़ेगी जिस प्रकार से पहले एंटीना हुआ करता था और हम घरों में बैठे न्यूज़ या टीवी चैनल को देख पाते थें। ठीक उसी प्रकार जो भी इंटरनेट पर मौजूद रहेगा उसे SIGNAL के तौर पर मोबाइल में लगी एंटीना या SIGNAL अडॉप्टर की मदद से आप कहीं भी इस D2M Direct to mobile Technology का उपयोग कर सकते हैं।

D2M प्रोजेक्ट को पिछले ही साल शुरू कर दिया गया है जिसका नाम पायलट प्रोजेक्ट है। इस Technology को कुल 19 शहरों में तैयार किया जा रहा है। इस Technology में इसकी FREQUENCY 470 -582 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम तक रखी जाएगी।

D2M Technology के फायदें

D2M Technology से इंटरनेट यूजर को नेट चलाना काफी आसान हो जायेगा क्योंकि हर महीने के रिचार्ज से छुटकारा मिल जायेगा अक्सर सफर करते समय भी इंटरनेट का इस्तेमाल करने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इस D2M Technology से दूर दर्ज के इलाकों में भी इसका सिग्नल सिम कार्ड की तुलना में काफी बेहतर होगा। इस नई तकनिकी से टीवी चैनल पर भी आसानी होगी, मुख्य बात यह है की इस तकनिकी में उपभोक्ताओं को रिचार्ज का खर्चा भी कम आएगा। भारत में 2026 तक स्मार्टफोन यूजर की संख्या 82 करोड़ से बढ़कर 100 करोड़ तक हो जाएगी।

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D2M (Direct To mobile Technology )से होगा 5G का अंत

आज के समय में सभी कंपनियां जैसे JIO, AIRTEL ,VI,सभी ने 5G की सुविधा प्रदान करने में लगी है JIO ने इसे सुविधा को भारत के अधिकांश शहरों में लांच भी कर दिया है लेकिन 5G का रिचार्ज काफी महंगा है जिसे आम आदमी आसानी से उपयोग नहीं कर सकता है,D2M Technology से सभी मोबाइल यूजर और टीवी देखने वालों के लिए काफी कारगर साबित होगी और 5G नेटवर्क को भी कम कर देगी।

 

आज के इस लेख में हम आपको D2M (Direct-To-Mobile Technology) के बारे में बताया है जो जल्द ही भारत में लांच होने वाली है इस तकनिकी को अगर आप अच्छे तरह से समझ गए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें भी इस टेक्नोलॉजी के बारे में पता चले ऐसे खबर के लिए GOLBENEWS से जुड़े रहें।
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